जैसे हैं वैसे दिखाने में..

अनुभव ...
हम समझते थे उन्हें 
हिम्मत वाले ....
जो माहिर हैं अपना दर्द छिपाने में.. 
आज किसी ने आभास करवाया ...
वे लोग तो वास्तव में कमजोर होते हैं
 जैसे हैं वैसे दिखाने में..




 

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