HAR HAR MAHADEV
जब आसूंओं से बात ना हो सके
तो बहा देना
बेहतर है..
जब कोई अपना आवाज़ ना सुन सके
तो खुद को खामोशी की चादर उड़ा लेना
बेहतर है
जब अपना कोई विश्वास ना कर सके
तो सफाई ना देना
बेहतर है
जब कोई बेवजह अपना बनाने कि कोशिश करे
तो उसका बन जाना
बेहतर है..
और जब सारे रास्ते ही बंद नज़र आने लगे
तो ये समझ लेना
ईश्वर का रास्ता खुलने वाला है
ज़िन्दगी का असली सुकून मिलने वाला है...
तो बहा देना
बेहतर है..
जब कोई अपना आवाज़ ना सुन सके
तो खुद को खामोशी की चादर उड़ा लेना
बेहतर है
जब अपना कोई विश्वास ना कर सके
तो सफाई ना देना
बेहतर है
जब कोई बेवजह अपना बनाने कि कोशिश करे
तो उसका बन जाना
बेहतर है..
और जब सारे रास्ते ही बंद नज़र आने लगे
तो ये समझ लेना
ईश्वर का रास्ता खुलने वाला है
ज़िन्दगी का असली सुकून मिलने वाला है...
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