बदल तो मैं गया था


मैं समझा वक्त रूठ गया था
मैं ग़लत था..
वक्त कभी नहीं बदला
उस ही रफ्तार से चल रहा था
बदल तो मैं गया था .....
जो खुद की गलती को नज़र अंदाज़ कर
खुद को ही छल रहा था..............




 

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