मन में
हां लिख देते हैं
केह लेते हैं
जो भी मन में आता है
खुद को खुश करने में अब बहुत मज़ा आता है..
क्योंकि बहुत हो गया अब
खुद के लिए भी करना ज़रूरी था
देर से सही
पर ये समझ आया है अब.
यादों का हर लम्हा तुम्हारे नाम है
मान गए
तुम्हारे बिना जीना एक
संग्राम है...
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