जो नहीं है उसमें हो तुम जो है उससे हो गुम




वो कह रहे थे बादल काले घने है मत चुनो.... तुमसे ना होगा हमने कहा ....वो तुम्हारा नजरिया है औरत का तो जीवन ही दरिया है.... तुम क्या जानोगे हमें ..... वो काले घने बादल एक बार फिर रास्ता देखने के लिए हमने चुने........



जो नहीं है
उसमें हो तुम
जो है
उससे हो गुम



 

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