प्यार


वो वो चाल चलते हैं जो कभी सोची नहीं थी वो जब मेरा हाथ इशारे से चूमते है तब दिखी उनके दिल में मेरे दिल की छवि थी उनकी महॉबात का रस कुछ इस तरह बिखरा था की किससे मोहब्बत के सुने थे हमने भी बहुत पर उनकी तलप के जैसी तलप किसी और की मोहब्बत में हमने देखी नहीं थी

जब जब बारिश की बात होगी आपसे मुलाकात होगी

मोहब्बत की बरसात होगी वही पुराने अंदाज़ में बाहों में भर ज़िन्दगी आबाद होगी

 झूम ले एक बार फिर ए ज़िन्दगी दरखास्त होगी 

हमें तुमसे बेहद मोहब्बत है 

हर बूंद में आवाज़ होगी 



 

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