love

है आहट मुझे तेरी सांसों की है
 चाहत मुझे तेरी बाहों की
 मिलता सुकून मुझे तेरी गुफ्तगू में है 
इबादत मुझे तेरी राहों की 
तू कर इंकार ना कर मुझे स्वीकार 
बस इस लायक रखना 
जब तक हो सांसे करता रहूं तेरा दीदार 


तुम वक़्त निकाल कर आओ तो सही
 हम इंतज़ार में उम्मीद लिए बैठे हैं
 तुम नज़र में बसे हो वजूद लाओ तो सही
 हम तस्वीर में बसी तुम्हारी मूरत लिए बैठे हैं
 केह देंगे सब ज़्यादा नहीं लेंगे अब वक़्त
 बस यूं मन में दबाए जाना नहीं चाहते
 कुछ लम्हें मेरे नाम कर दो
 हम उन लम्हों में मन का सार
 कहना है चाहते

 

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