नाली में बहा कर दूध शिव को ना मनाएँ, किसी ज़रूरत मंध को पीला कर दूध ले उसकी दुआएँ, शिव एक भाव है उस भाव का उत्सव मनाएँ, वो भाव प्रेम और समर्पण से मिलता है इसलिए उस भक्ति को अपना कर आपसी प्रेम - भाईचारे से देश को आगे बढ़ाएँ........ हर हर महादेव सबसे उँचा हमारा स्वदेश
नाली में बहा कर दूध
शिव को ना मनाएँ,
किसी ज़रूरत मंध को पीला कर दूध
ले उसकी दुआएँ,
शिव एक भाव है
उस भाव का उत्सव मनाएँ,
वो भाव प्रेम और समर्पण से मिलता है
इसलिए उस भक्ति को अपना कर
आपसी प्रेम - भाईचारे से देश को आगे बढ़ाएँ........
हर हर महादेव
सबसे उँचा हमारा स्वदेश
शिव को ना मनाएँ,
किसी ज़रूरत मंध को पीला कर दूध
ले उसकी दुआएँ,
शिव एक भाव है
उस भाव का उत्सव मनाएँ,
वो भाव प्रेम और समर्पण से मिलता है
इसलिए उस भक्ति को अपना कर
आपसी प्रेम - भाईचारे से देश को आगे बढ़ाएँ........
हर हर महादेव
सबसे उँचा हमारा स्वदेश
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