अब लगता है मझधार में ही ठीक था कम्सेकम उलझे सवालों को सुलझाने में व्यस्त तो था......... खाली बैठा ..... तो वक़्त को भी बर्दाश नही….


अब लगता है मझधार में ही ठीक था
कम्सेकम उलझे सवालों को सुलझाने में व्यस्त तो था.........
खाली बैठा ..... तो वक़्त को भी बर्दाश नही….

Comments

Popular posts from this blog

अब समझ आया जंग और लड़ाई में फ़र्क क्या होता है जंग खुद से होती है और लड़ाई अपनो से...... शायद इसलिए मैं जंग तो जीत आया पर लड़ाई में हार गया ..............