बेटी को जन्म दे ...... मुझे मिला स्वर्ग है
उड़ने वाली मैं आँधी नही
थम जाए जो मैं वो लम्हा नही
निरंतर चलती रहती हूँ क्योकि मैं फ़ितरत की मारी हूँ
मैं आज के दौर की नारी हूँ
मैं भुजे दीपक की कोसी भाप हूँ
मैं अपने ही नृत्य की थाप हूँ
मुझे अपने बिटिया होने पर गर्व है
बेटी को जन्म दे ......
मुझे मिला स्वर्ग है
थम जाए जो मैं वो लम्हा नही
निरंतर चलती रहती हूँ क्योकि मैं फ़ितरत की मारी हूँ
मैं आज के दौर की नारी हूँ
मैं भुजे दीपक की कोसी भाप हूँ
मैं अपने ही नृत्य की थाप हूँ
मुझे अपने बिटिया होने पर गर्व है
बेटी को जन्म दे ......
मुझे मिला स्वर्ग है
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