बाहों में ज़िन्दगी की हम सफर हो ना हो राहों में ज़िन्दगी की मंज़िल की खबर हो ना हो हिम्मत और हौसला है काफी है वो सब मिल जाएगा जिसकी चाहत बाकी है तू कर्म कर चल कृपा होगी अवश्य मिलेगा फल देर से सही पर जहां होगा तू उसकी रजा वहां ही होगी आज नहीं तो कल बस तू चल
हारियाला सावन हरियाली तीज दिलों में बोएँ खुशियों के बीज खिले चेहरों पर लाली झूमें गोरी के कनों में बाली व्यंजनों से सजे थाली मोर नाचे ऐसे जिसे देख सावन भी बजाए ताली, हर्ष उल्लास हो सोलह शृंगार से सज़ा हर ग्रहणी का ताज हो , शिव की आराधना हो पार्वती की उपासना हो, बड़ों का आशीर्वाद हो दिलों में प्रेम भाव हो तीज की शुभ कामनाएँ
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