हर पल हम जो चाहें वो पल नही
जो कल था
वो आज नही
जो आज है
वो कल नही
हर पल हम जो चाहें
वो पल नही
तो एक बार
वो घड़ी छोड़ कर देखो
जिसका कोई हाल नही ,
अब सोचो किस लिए रोना
जब वक़्त के आगे
चलता किसी का बल नही ..........
वो आज नही
जो आज है
वो कल नही
हर पल हम जो चाहें
वो पल नही
तो एक बार
वो घड़ी छोड़ कर देखो
जिसका कोई हाल नही ,
अब सोचो किस लिए रोना
जब वक़्त के आगे
चलता किसी का बल नही ..........
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