अब तो मान जाओ सच्चाई से आँखें मत चुराओ
अब तो मान जाओ
सच्चाई से आँखें मत चुराओ
सावन भी अब मुरझा गया है
क्योकि उसमे झूमते पक्षी
मर रहे हैं ..........
और मनुष्य वातावरण को नष्ट करने में
आगे बढ़ रहे हैं..............
सच्चाई से आँखें मत चुराओ
सावन भी अब मुरझा गया है
क्योकि उसमे झूमते पक्षी
मर रहे हैं ..........
और मनुष्य वातावरण को नष्ट करने में
आगे बढ़ रहे हैं..............
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