जिस दिन कदम उठा लेंगे जहाँ चाहे जमा लेंगे .........
जब तक खामोश बैठा हूँ
किसी को कुछ नहीं कहता हूँ
आज़मां लो .............
क्योंकि यकीं है
जिस दिन कदम उठा लेंगे
जहाँ चाहे जमा लेंगे .........
किसी को कुछ नहीं कहता हूँ
आज़मां लो .............
क्योंकि यकीं है
जिस दिन कदम उठा लेंगे
जहाँ चाहे जमा लेंगे .........
Comments
Post a Comment