इसे अब मत बुझा

देख नही पाया मैं आँखों के
समुंदर को.......उसके

और जब ये सैलाब बन उठा
तो एक ही आवाज़ सुनाई दी ,

इसे अब मत बुझा
जब दिखाए तभ तुमने देखे नही
अब ये रास्ता इन्होने खुद है चुना ...
धन्यवाद

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