प्रकृति

कभी मैं तुमसे अनुरोध करता हूँ
कभी मैं तुम्हारा विरोध करता हूँ,
मैं अपने फ़र्ज़ से पीछे नही हटना चाहता हूँ
मैं तुम्हे निरंतर देना चाहता हूँ,
परंतु मैं मजबूर हूँ ..............
प्रकृति

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