रिश्तों की मिठास हमारी ताक़त होती है
रिश्तों की मिठास
हमारी ताक़त होती है
जिसका हमें एहसास नही होता
पर जब जन्म लेती है , उन रिश्तों मे खटास ,
ताक़त दम तोड़ती है
और हमें एहसास होता है ...............
काश हमें सही वक़्त पर इन बातों में विश्वास हो जाए,
और हम कद्र कर सकें उन रिश्तों की
जो हम सोच बैठते हैं की बेवजह थे ,
पर बाद मे समझ आता है
नसीब वाले थे जो हमने ऐसे रिश्ते थे पाएँ
जो ग़लत फैमियों की बुनियाद पर रख कर हमने गावाएँ .........................
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