हर दिन में कई दिन जी लूँ हर लम्हें को सी लूँ ,

हर दिन में कई दिन जी लूँ
हर लम्हें को सी लूँ ,
होश में ना औउँ कभी
तुम्हारी एक झलक से
इतने जाम पी लूँ,

समा बँधा रहें
हम तुम झूमते रहें,

वक़्त भी कुछ पल के लिए नज़रे चुरा लें
तू मुझे पियार में इस तरह बहा लें,
 इसी दो पल की ज़िंदगी में सुकून का एहसास है
जो भी चाहा मैने
वो इस पल मेरे पास है 

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