एक पैगाम देश वासियों के नाम

एक पैगाम
देश वासियों के नाम

जब हम तिरंगा ओढ़ गहरी नींद सो जाते है
हज़ारों दिए जलाए जाते है
जीते जी सैनिक से मिलें ना मिलें
पर देशवासी हमारी तस्वीरों से मिलने ज़रूर आते है

एक पैगाम भेज रहें है आज
भरे जसबातों से के साथ

कि हे भारत के निवासी
बदले में हज़ारों दियों के...... बस चाहते हैं हम एक साथी
जो हम में वो दम भर दे
कि जब शहीद हो जाएँ हम ,सीमा की रक्षा करते हुए
तो वो एलाने जंग कर दे


जय हिंद

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