राहों में ज़िंदगी के
राहों में ज़िंदगी के
जिस पल से
तुम्हें हमसफ़र बना लिया
जिस पल से
तुम्हें हमसफ़र बना लिया
कदम ये ज़िंदगी में
हमने अच्छा उठा लिया,
हमने अच्छा उठा लिया,
ढूँढते थे जिसे
किस्मत से उसने भी अपना लिया
जिनसे मतलब के रिश्ते थे
हमने उनसे फासला बना लिया ,
जो फूल खिल रहे थे
उनके साथ खुद को भी महका लिया,
दिल में उनके घर बनाने से
खुशी ने हमारे घर में पनाह लिया,
ए महोब्बत तेरे सजदे में
हमने दिल सिर झुका लिया,
किस्मत से उसने भी अपना लिया
जिनसे मतलब के रिश्ते थे
हमने उनसे फासला बना लिया ,
जो फूल खिल रहे थे
उनके साथ खुद को भी महका लिया,
दिल में उनके घर बनाने से
खुशी ने हमारे घर में पनाह लिया,
ए महोब्बत तेरे सजदे में
हमने दिल सिर झुका लिया,
Comments
Post a Comment