फूलों के देख मुस्कुराते हो

फूलों के देख मुस्कुराते हो
मौसम के रंगों के साथ खिल जाते हो,
हरियाली की उपज से
भोजन का लुफ्त उठाते हो,
प्रकृति की खूबसूरती को निहारने
देश - विदेश घूमने जाते हो,
फिर भी इनके प्रति
अपना फ़र्ज़ नही निभाते हो..............
इनके हेतु सजक हो जाओ
देश को आगे बढ़ाओ

Comments

Popular posts from this blog

ग़लत फैमिय|

THINK POSITIVE