रुक जाए जो

रुक जाए जो
वो सैलाब नही
घर बैठे जो सपने देखें
वो खुवाब नही,
जो मंज़िलों को हासिल करले
उसका........... जवाब नहीं
गर कर्मों में दम हों
तू खुदा की रहमतो का हिसाब नही,
ज़िंदगी एक सच है
कोई किताब नही
दिल से जो इसको जी ले
उसका तो कोई जवाब नही..................

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