आशिकी बढ़ती गई
आशिकी बढ़ती गई
जैसे जैसे हमारी शायरी से
दागा देने वाले दोस्त कम हो गए
जो दिल से नही, दिखावे के लिए जुड़े थे
वो दूर हो गए...........
और जो मन से चाहते थे
पर कह नही पाते थे
वो बहुत खूब - बहुत खूब कह करीब हो गए..........................
Comments
Post a Comment